वैसे तो खांसी एक सामान्य बीमारी है, आमतौर पर खांसी किसी को भी हो सकती है। जब भी मौसम बदलाता है तो सबसे पहले सर्दी खांसी जैसी बीमारी ही हमारे शरीर को दस्तक देती है। खांसी दो प्रकार की होती है:
- सूखी खांसी
- बलगम या कफ़ वाली खांसी
जब खांसी कफ़ के बिना हो तो वह सुखी खांसी कहलाती है। सूखी खांसी होने पर ऐसा लगता है मानो गले में कुछ अटक गया हो और खांसने के बाद भी निकल नहीं पा रहा हो।
सूखी खांसी एक ऐसी बड़ी बीमारी है, जिसके एक बार होने से इससे छुटकारा पाना आसान नहीं होता।
सूखी खांसी होने के कारण
सूखी खांसी होने के कई कारणों से हो सकती है। किसी भी बीमारी के सही कारणों को पहचानने से ही उसका उचित इलाज किया जा सकता है। इसलिए सूखी खांसी से छुटकारा पाना हो तो या पहले यह पता लगाना होगा की यह खांसी आखिर है किस कारण है :
सुखी खांसी के कारण:
- एलर्जी –
एलर्जी हमारे शरीर में कई तरह की बीमारियों को न्योता देती है। नाक और गले में एलर्जी होने से सुखी खांसी हो सकती है। कई बार धूल, मिटटी, धुंआ अथवा बदलते मौसम के प्रभाव से एलर्जी की शिकायत होने लगती है और सुखी खांसी छिड़ जाती है। - अस्थमा या टीबी –
अस्थमा या टीबी जैसे सांस की बिमारियों के चलते भी सुखी खांसी की शिकायत रहती है। - वायरल इन्फेक्शन –
मौसमी बुखार, वायरल इन्फेक्शन, सर्दी, फ्लू इत्यादि भी सुखी खांसी की कारण हो सकते हैं। - प्रदूषित हवा –
वातावरण की अशुद्धता और हवा में फैला ज़हर हमारी सांस से फेंफड़ों तक पहुँच कर खांसी की शिकायत बढ़ाता है।
सूखी खांसी से बचने के लिए कई प्रकार के आयुर्वेदिक उपचार और नुस्खे भी मौजूद हैं, जो आपको इस समस्या में राहत दिला सकते हैं। बदलते मौसम के चलते लोगों को कई तरह की बीमारियां अपनी चपेट में ले लेती हैं. ख़ासतौर से खांसी, जुखाम और बुखार ने ज़्यादातर लोगों को परेशान किया हुआ है।
सूखी खांसी बेहद खतरनाक होती है। सूखी खांसी में बार-बार खांसने से पूरे पेट में और पसलियों में दर्द होने लगता है। खांसी वैसे तो जुकाम और फ्लू के साइड इफेक्ट से होती है, लेकिन कई लोग मौसम बदलने की वजह से ही इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं। अगर आप लंबे समय से सूखी खांसी से परेशान हैं, तो यहां कुछ घरेलू नुस्खे बताए जा रहे हैं जो झट से खांसी को खत्म कर देंगे।
सूखी खांसी के लिए घरेलू उपाय
1.शहद
सूखी खांसी में शहद रामबाण इलाज है। यह न सिर्फ गले की खराश को दूर करता है बल्कि गले के इंफेक्शन को भी ठीक कर देता है। इसके लिए 2 चम्मच शहद को आधे गिलास गुनगुने पानी में मिलाएं और पिएं। रोजाना इस तरीके को अपनाने से सूखी खांसी में आराम मिलेगा। इसके अलावा नियमित रूप से गरम पानी में नमक मिलाकर गरारे करें। शुद्ध शहद में पाए जाने वाले नेचुरल एंजाइम खांसी से राहत दिलेन में बहुत कारगर होते हैं। शहद के यही औषधीय गुण इसे खांसी के उपचार के लिए बहुत उपायोगी बनाते है। सूखी खांसी के उपचार के लिये 1 चम्मच शहद 3 बार लेने से सुखी खांसी में बहुत आराम मिलता है।
2. गर्म पानी के गरारे:
खांसी और उससे होने वाली गले की तकलीफों से निज़ाद पाने का सबसे पुराणस और सबसे आसान नुस्खा है गरम पानी के गरारे। सुबह और शाम एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच नमक मिला कर अच्छे से गरारे करने से गले में कष्ट देने वाले कीटाणुओं का नाश हो जाता है और गले को आराम मिलता है।
3. पीपल की गांठ :
पीपल की गांठ को भी सूखी खांसी में लाभकारी माना गया है। यह एक आजमाया हुआ नुस्खा है, जिससे सूखी खांसी को ठीक करने में मदद मिली है। इसके लिए एक पीपल की गांठ को पीस लें और उसे एक चम्मच शहद में मिलाकर खा लें। रोजाना ऐसा ही करें। इससे कुछ ही दिन में सूखी खांसी ठीक हो जाएगी।
4. तुलसी का काढ़ा :
तुलसी एक बहुमूल्य हर्बल प्लांट है। कहा जाता है की तुलसी खांसी ज़ुकाम और मौसमी बुखार आदि में बहुत उपयोगी होती है। 8 -10 तुलसी से पत्तों को दो कर एक ग्लॉस साफ पानी में तब तक उबालें जब तक की पानी आधा न रह जाये, अब इसे कप में छान कर इसमें शहद मिला कर घूंट घूंट पियें, इससे गले को बहुत आराम मिलता है। सुखी खांसी का कष्ट दूर हो जाता है और इसका कोई भी साइड इफ्फेक्ट नहीं है।
5. अदरक और नमक :
अदरक से भी सूखी खांसी में आराम मिलता है। इसके लिए अदरक की एक गांठ को कूटकर उसमें एक चुटकी नमक मिला लें और दाढ़ के नीचे दबा लें। उसका रस धीरे-धीरे मुंह के अंदर जाने दें। 5 मिनट तक उसे मुंह में रखें और फिर कुल्ला कर लें।
6. लहसुन :
लहसुन में एक प्रकार का एंटीबैक्टीरियल पदार्थ रहता है जो गले के सभी कष्ट तुरंत ही गायब करने में मदद करता है। एक कप पानी में दो या तीन लहसुन की कलियों को उबालें, हल्का ठंडा होने पर इसमें शहद मिला कर घूंट घूंट पीने से सूखी खांसी में बहुत आराम मिलता है।
7. मुलेठी की चाय :
मुलेठी का चाय पीने से भी सूखी खांसी में आराम मिलता है। इसे बनाने के लिए, दो बड़ी चम्मच मुलैठी की सूखी जड़ को एक मग में रखें और इस मग में उबलता हुआ पानी डालें। 10-15 मिनट तक भाप लगने दे। दिन में दो बार इसे लें।
8. हल्दी वाला दूध :
हल्दी तो हमारी सबसे नज़दीकी साथी है, हमारी हर सब्ज़ी और हर खाने की रौनक होती है हल्दी। हल्दी में बहुत सरे औषधिक गुण होते हैं, ये एंटीसेप्टिक का खज़ाना है इसके सेवन से चेस्ट के इन्फेक्शन में बहुत आराम आता है और खांसी कम होते होते पूरी तरह ख़तम तक हो जाती है। हल्दी वाला दूध पीने से भी आराम मिलता है। इसके लिए 1 गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर रोजाना पिएं। इसके अलावा भाप लेने से भी काफी फायदा होता है। इसके लिए गरम पानी लें और अपने सिर पर एक तौलिया डालकर गरम पानी के ऊपर मुंह ले जाकर भाप लें।
9. काली मिर्च और शहद :
काली मिर्च और शहद के मिश्रण से भी सूखी खांसी दूर होती है। 4-5 काली मिर्च पीसकर शहद में मिलाकर खा लें। हफ्ते में रोजाना ऐसा करें। कुछ दिन में ही आराम नजर आएगा।
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