डायबिटीज क्या है? जाने डायबिटीज(मधुमेह) के लक्षण और इलाज

आजकल की बदलती जीवनशैली और खान-पान के कारण हमारा शरीर कई तरह की बीमारियों का घर बनता जा रहा है। उन्हीं खतरनाक बीमारियों में से एक बीमार ही है डायबिटीज यानी कि मधुमेह है। यह दिन प्रतिदिन एक खतरनाक बीमारी बनती जा रही है। डायबिटीज की वजह से हमारे शरीर के कई अंगों पर काफी खतरनाक प्रभाव पड़ता है।

डायबिटीज हमारे शरीर को अंदर ही अंदर खोखला कर देती है इसी वजह से इसे धीमी मौत भी कहा जाता है। आपको बता दें कि डायबिटीज को बेहतर जीवनशैली, खानपान और एक्सरसाइज से ही कंट्रोल किया जा सकता है ।  आज हम आपको डायबिटीज यानी मधुमेह से जुड़ी हुई काफी महत्वपूर्ण जानकारियां बताएंगे। हम आपको बताएंगे कैसे आप मधुमेह जैसी खतरनाक बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं, इसके क्या लक्षण हैं और क्या आयुर्वेदिक उपचार हैं।

डायबिटीज क्या है?

जब रक्त में शुगर की मात्रा अधिक हो जाती है तो उसे डायबिटीज़ कहते है। यह इंसुलिन की कमी के कारण होता है। इंसुलिन एक हार्मोन है जो पाचन से बनता है। इंसुलिन हमारे शरीर में खाने को ऊर्जा में बदलना होता है। साथ ही इंसुलिन ही हमारे शरीर में शुगर की मात्रा को कंट्रोल करने में मदद करता है। डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी हमारी किडनी को काफी नुकसान पहुंचाती है।

डायबिटीज / मधुमेह के प्रकार

डायबिटीज यानी मधुमेह को मुख्यतः तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है :

  1. मधुमेह  श्रेणी-1 : मधुमेह श्रेणी-1 में हमारे शरीर में इंसुलिन का बनना बंद हो जाता है। इस स्थिति में शरीर में चीनी को ठीक से मेटाबोलिक करने के लिए  इंसुलिन की खुराक लेने की आवश्यकता होती है। 
  2. मधुमेह  श्रेणी-2: इस स्थिति में इंसुलिन उत्पाद खराब होता है और शुगर को चयापचय के लिए शरीर में पर्याप्त इंसुलिन नहीं मिल पाता है।
  3. गर्भावस्था मधुमेह: यह गर्भवती महिलाओं में होती है। कुछ महिला गर्भावस्था के समय पर्याप्त इंसुलिन उत्पन्न करने में सक्षम नहीं हो पाती हैं, इसलिए उनके रक्त प्रवाह में अतिरिक्त चीनी होती है जिससे मां और बच्चे दोनों के लिए गर्भावस्था के मधुमेह हानिकारक होते है।

डायबिटीज के कारण

डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी के हमारे शरीर में होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें से कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं

1. ज्यादा मीठा खाना: 
अपने आहार में मीठे पदार्थों का अधिक सेवन करने से हमारे शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है जिससे हमें डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ता है।

2. शरीर में पानी की कमी होना :
कम पानी पीने से हमारे शरीर में शुगर लेवल बढ़ जाता है जिससे हमें डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ता है।

3. मोटापा हो सकता है कारण:
हमारे शरीर का मोटापा भी डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी को न्योता देता है। वजन बढ़ने से हमारे शरीर में बीमारियां घर करने लगती हैं इनमें से एक डायबिटीज भी है।

4. व्यायाम न करना:
रोजाना व्यायाम करने से हमारे शरीर में शुगर की मात्रा नियंत्रित रहती है। व्यायाम ना करने से हमारे शरीर में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है जिससे हमें डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ता है।

5. कम नींद लेना:
आजकल की जीवन शैली में हम लोग देर तक जागते हैं और सुबह जल्दी उठ जाते हैं जिससे हमारी नींद पूर नहीं हो पाती और डायबिटीज जैसी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं।

6. अनहेल्दी डाइट लेना:
जंग फूड खाना, तला भुना खाना भी डायबिटीज का कारण बनता है साथ ही देर से खाने से भी इसका खतरा बढ़ जाता है।

डायबिटीज या मधुमेह के लक्षण

1. ज्यादा थकान होना:
डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी होने पर हमारे शरीर में काफी कमजोरी आती है जिससे हमें हर समय थकावट महसूस होती है। तरोताजा होने पर भी आपको थकान लगेगी तो समझ लीजिए की आप डायबिटीज के शिकार हैं।

2. खुजली, त्वचा में संक्रमण:
अगर आपकी त्वचा को खुजली या संक्रमण का सामना काफी समय से करना पड़ रहा है तो आप को समझना चाहिए कि यह एक डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी का लक्षण है।

3. प्यास ज्यादा लगना:
अगर आपको हर वक्त प्यास लगती रहती है तो आपको समझ जाना चाहिए कि आपके शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ रही है।

4. वजन कम होना:
अगर आपके शरीर का वजन लगातार कम होता जा रहा है और आप अत्यधिक कमजोरी महसूस करते हैं तो आपको समझना चाहिए कि आप डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी की तरफ जा रहे हैं।

5. ज्यादा भूख लगना:
एक नॉर्मल व्यक्ति के मुकाबले डायबिटीज के रोगी को ज्यादा भूख लगती है । साथ अगर आपको अक्सर सर्दी-खांसी जुकाम रहता है तो आप डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं।

डायबिटीज़ किस तरह शरीर पर असर डालता है?

1. आंख:
डायबिटीज होने पर शुरुआत में नज़रें धुंधली हो सकती है और अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो आगे चलकर कैटरेक्ट (मोतियाबिंद) होने के आसार होते हैं। आंखों की इस गंभीर स्थिति को डायबिटिक रेटिनोपैथी कहते हैं।

2. त्वचा:
डायबिटीज होने पर हमारी त्वचा में संक्रमण काफी तेजी से फैलता है। डायबिटीज़ से प्रभावित लोगों में त्वचा संक्रमण होता है जिसमें शुष्क त्वचा, स्किन टैग्स  और काले चकत्ते पड़ना जैसी समस्या उत्पन्न होती है।

3. किडनी:
डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी का हमारी किडनी पर काफी गंभीर प्रभाव पड़ता है। हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ट्राइग्लिसराइड और लो एचडीएल को इनके पीछे खास तौर पर ज़िम्मेदार पाया गया है।

4. ह्रदय और खून की नसें:
डायबिटीज होने पर हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों के होने की संभावना होती है। इन बीमारियों के कारण ख़ून की नसें सख्त़ हो सकती हैं, जिससे हार्ट अटैक (दिल का दौरा) या दिल से जुड़ी दूसरी तकलीफ़ें या स्ट्रोक हो सकता है।

डायबिटीज से कैसे बचें

1. तनाव मुक्त रहें :
अपने आप को तनाव मुक्त रखें। जब भी आपको टेंशन या तनाव हो अपने आपको ब्रेक दें। स्ट्रेस कंट्रोल करने के लिए योग का सहारा लें या ऐसी ऐक्टिविटीज करें, जिससे स्ट्रेस रिलीज करने में मदद मिले।

2. रोजाना व्यायाम करें:
रोजाना व्यायाम करना हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। आपको दिन में कम से कम तीस मिनट व्यायाम करना चाहिए। आप चाहें तो इसे दिन भर में 10-10 मिनट के तीन हिस्सों में बांटकर भी कर सकते हैं।

3. खूब पानी पिएं:
अगर आप डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी से परेशान हैं तो आपको खूब पानी  पीना चाहिए। डायबिटीज से शरीर में तरल पदार्थों की कमी हो जाती है और आप अधिक मात्रा में पानी पीकर उस कमी को पूरा कर सकते हैं। इससे आपकी त्वचा स्वस्थ रहेगी और साथ ही उसमें नमी भी बरकरार रहेगी।

4. बादाम खाएं :
जैसा कि हम आपको अपने पिछले लेख में भी बता चुके हैं कि बादाम खाना स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। बादाम खाने से शरीर में ग्लुकोज का स्तर सामान्य रहता है। बादाम ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं और व्यक्ति को डायबिटीज और दिल संबंधी समस्याओं में फायदा पहुंचाते हैं।

शुगर की दवा / मधुमेह का आयुर्वेदिक इलाज

1. करेले का जूस:
डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों में राहत पाने के लिए आप रोजाना सुबह खाली पेट एक गिलास करेले का जूस पिए। करेले का जूस हमारे शरीर में शुगर लेवल को कम करता है।डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी में यह काफी राहत पहुंचाता है।

2. एलो वेरा और ग्राउंड बे पत्ती:
1 बड़ा चम्मच एलो वेरा जेल ,1/2 छोटा चम्मच ग्राउंड बे पत्ती और 1/2 छोटा चम्मच हल्दी का मिश्रण दोपहर और रात में भोजन से पहले सेवन करने से हाइपरग्लैकेमिक के प्रभाव को नियंत्रण करने में मदद करती है।

3. मेथी के बीज:
मेथी के बीज को आयुर्वेदिक जड़ी बूटी के साथ मिलाकर सेवन करने से डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी में काफी राहत मिलती है।  मेथी के बीज और हल्दी को पीसकर दिन में कम से कम दो बार दूध के गिलास के साथ लें।

4. जामुन के बीज:
जामुन के बीज के लगभग 1 चम्मच पाउडर को दिन में दो बार गर्म पानी के साथ सेवन करने से डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी में राहत मिलती है। जामुन भोजन में स्टार्च को चीनी में परिवर्तित नहीं करने की वजह से मददगार होती है।

5. आमला
आंवले का जूस डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी में काफी फायदेमंद है। डायबिटीज से ग्रसित रोगियों को आंवले का जूस दिन में दो बार लेना चाहिए। आप ‘अमला’ पाउडर का भी उपयोग कर सकते हैं और दिन में दो बार इसका सेवन कर सकते हैं।

6. बरगद वृक्ष छाल:
बरगद के वृक्ष की छाल का काढ़ा डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी में काफी फायदेमंद है। इसे बनाने के लिए बरगद के 20 ग्राम छाले को 4 गिलास पानी में उबाले।इसे तब तक उबालें जब तक पानी एक गिलास ना रह जाए।

7. दालचीनी पाउडर:
दालचीनी पाउडर शायद सबसे महत्वपूर्ण घरेलू उपचारों में से एक माना जाता है। 3-4 बड़ा चम्मच दालचीनी पाउडर एक लीटर पानी में डाले और लगभग 20 मिनट उसे उबाले। इस मिश्रण को घोले कर, इसे ठंडा करे।

जैसा कि हम आपको बता चुके हैं कि डायबिटीज एक बहुत ही गंभीर बीमारी है। डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी होने पर हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप अपने चिकित्सक से एक बार सलाह अवश्य लें तथा नियमित रूप से अपने चिकित्सक को दिखाएं। 

 डायबिटीज जैसी गंभीर समस्या को नजरअंदाज करने से यह हमारी मृत्यु का कारण भी बन सकती है । हमारा आपसे अनुरोध है कि आप इस गंभीर समस्या को नजरअंदाज ना करें ।

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