कार्डियक अरेस्ट क्या है – What is Cardiac Arrest

कार्डियक अरेस्ट

दिल की बीमारी पुरुषों में काफी आम है! कम शारीरिक गतिविधियों या खानपान की बुरी आदतें कुछ आम वजह है जिनकी वजह से कोई भी व्यक्ति दिल की बीमारियों से घिर सकता है! हमने अपने आसपास देखा होगा कि कई सेलिब्रिटीज जैसे श्रीदेवी और सुषमा स्वराज जी दिल की बीमारियों से ग्रसित थी और उनके लिए यह जानलेवा साबित साबित हुई!. इंसान 40 की उम्र के बाद बाद ही ज्यादातर दिल की बीमारियों से ग्रस्त होता है!

हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में क्या अंतर है? What is difference between c and Cardiac Arrest ?

कार्डियक अरेस्ट दिल की एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है ज्यादातर लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में अंतर नहीं जानते और इन दोनों को एक ही बीमारी समझते हैं जबकि ऐसा नहीं है कार्डियक अरेस्ट आने की स्थिति में दिल धड़कना बंद कर देता है और हार्ट अटैक में दिल तक खून का परिवार बंद हो जाता है जो दिल की धमनियों में रुकावट के कारण होता है! कार्डियक अरेस्ट बहुत ही गंभीर और जानलेवा बीमारी है जो किसी भी इंसान की जान ले सकती है अथवा उसे पैरालिसिस कर सकती है!

कार्डियक अरेस्ट के लक्षण : Symptoms of Cardiac Arrest :

कार्डियक अरेस्ट कोई भी चेतावनी वाले लक्षण नहीं होते इसका मतलब यह है कि यह बिना चेतावनी के आता है अगर किसी व्यक्ति को कार्डियक अरेस्ट आया है तो उसके लक्षण निम्न प्रकार के हो सकते हैं:

  • बेहोश हो जाना
  • धड़कन बंद हो जाना या नाड़ी ना चलना
  • सांस बंद हो जाना
  • अचानक से गिर जाना
  • मतली या उल्टी होना

कभी-कभी कुछ मामलोंमें कार्डियक अरेस्ट से पहले व्यक्ति में निम्न लक्षण देखे गए हैं अगर आपको या आपके किसी जानने वाले को इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें:

  • छाती में घबराहट होना
  • सांस फूलना
  • कमजोरी
  • आंखों के आगे अंधेरा आना
  • बेहोशी होना /बेहोशी जैसा लगना
  • अनियमित हृदय गति दिल की धड़कन का बढ़ना या घटना
  • चक्कर आना या सिर चकराना

कार्डियक अरेस्ट के कारण निम्न प्रकार हैं निम्नलिखित है:

  • कोरोनरी धमनी की बीमारी – Coronary artery disease: कार्डियक अरेस्ट की यह सबसे आम वजह है जो कि 35 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में देखी गई है!
  • कार्डियोमायोपैथी / Cardiomyopathy : यह एक ऐसी अवस्था है जिसमें आपका दिल को शरीर के बाकी हिस्सों में रक्त पंप करने में कठिनाई होती है
  • अनुवांशिक रोग: अगर आपके माता-पिता कभी दिल की बीमारी से ग्रस्त रहे हैं या उन्हें दिल की बीमारी है तो इसकी संभावना काफी बढ़ जाती है कि आपको भी भविष्य में दिल की बीमारी हो सकती है!
  • जन्मजात हृदय रोग: यह दोष नवजात बच्चे को मां के गर्भ काल से ही होता है!
  • दिल का आकार बढ़ना: अगर आपके दिल का आकार सामान्य आकार से बड़ा है तो कार्डियक अरेस्ट होने की समस्या संभावना और ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि बड़े दिल को धड़कने में परेशानी हो सकती है!
  • High BP / हाई बीपी/ उच्च रक्तचाप
  • निष्क्रिय जीवनशैली
  • हाई ब्लड कोलेस्ट्रॉल/ High blood cholesterol
  • अधिक वजन/ मोटापा /ओवरवेट
  • धूम्रपान/ स्मोकिंग / Smoking
  • पहले से हृदय रोगों से घिरा होना
  • Diabetes/ मधुमेह / डायबिटीज

कार्डियक अरेस्ट से बचने के कुछ जरूरी उपाय एवं सुझाव

जैसे कि हमने अब तक पढ़ा है कि अचानक से आने वाले कार्डियक अरेस्ट को पता करने का कोई सटीक तरीका नहीं है तो इस स्थिति में बचाव ही एक अच्छा और उपयुक्त तरीका है निम्नलिखित कुछ ऐसे उपाय हैं जिनको अगर आप लागू करेंगे तो कार्डियक अरेस्ट होने का खतरे की संभावना काफी कम हो सकती है!

  • नियमित व्यायाम करें रोजाना
  • कम से कम 30 मिनट तेज चले वह भी बिना रुके इसको हम ब्रिस्क वॉक भी कहते हैं
  • अपने खून के कैस्ट्रोल की नियमित जांच करवाएं और जितना हो सके उसे कंट्रोल में ही रखें
  • कम ताला और कम मसाले वाला भोजन खाएं
  • फास्ट फूड से बचें
  • अपने खाने में ज्यादा फाइबर और फल का प्रयोग करें
  • ज्यादा तनाव से बचें
  • अगर आप शराब अथवा ध्रुव धूम्रपान करते हैं तो इसे कम करें और अगर हो सके तो पूरी तरह से बंद कर दें
  • मधुमेह और डायबिटीज का स्तर कंट्रोल में रखें
  • अगर आप मोटापे का शिकार हैं तो वजन को कम करें
  • अपने डॉक्टर से नियमित जांच करवाते रहें
  • कोई भी दवाई बिना डॉक्टर के परामर्श के बिना बंद या शुरू ना करें अथवा इसकी क्वांटिटी को ना बदले

कार्डियक अरेस्ट होने की स्थिति में क्या करें

जैसे हमने पढ़ा कि कार्डियक अरेस्ट एक जानलेवा बीमारी है तो इस स्थिति में सबसे पहले नजदीक के हॉस्पिटल को कॉल करें और सहायता के लिए बुलाए!

जब तक एंबुलेंस नहीं पहुंच जाती आप उस व्यक्ति को सीपीआर दें! सीपीआर एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जिसमें छाती को दबाने से खून का संचार ऑक्सीजन के साथ शरीर के सभी हिस्सों जैसे कि दिमाग दिल और सब महत्वपूर्ण हिस्सों में जाता है! जैसा हमने पढ़ा कि कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में दिल धड़कना बंद कर देता है तो यह एक कृतियां प्रक्रिया है जो दिल का काम करती हैं!

हम आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पढ़कर कार्डियक अरेस्ट के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली होगी!

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